विषय: फिलादेलफिया की कलीसियास्मुरना की कलीसिया।धर्मी अत्यधिक क्यों सताए जाते हैं?पौैलुस की तीसरी सुसमाचारीय प्रचारीय यात्रा कुरिन्थुस में।पौलुस द्वारा एथेंस में सुसमाचार प्रचार ।पौलुस की दूसरी सुसमाचारीय प्रचारीय यात्रा और तीन जीवनों का परिवर्तन.विश्वास और अनुग्रह व्दारा उध्दार.प्रथम सुसमाचार प्रचारीय यात्रा.सुसमाचार प्रचारीय सेवा यात्रा का आरम्भ.प्रभावशाली प्रार्थना प्रभावशाली उत्तर.अन्ताकिया की कलीसिया.परमेश्वर का कार्य एवं सुसमाचार विस्तार .पतरस द्वारा उसकी सेवकाईशाऊल का ह्रदय परिवर्तन एवं सुसमाचार का विस्तार.सुसमाचार गाजा तक एवं शाऊल का ह्रदय परिवर्तनसतावानी एवं परिणाम सुसमाचार विस्तारसुसमाचार का विरोध सेवकों की नियुक्तिकपट पूर्ण जीवन एवं सच्चा सुसमाचारसुसमाचार का फैलाना विरोध का सामनाकलीसिया इतिहास में प्रथम शहीद एवं उसकी साक्षीकलीसिया में समस्या सेवकों की नियुक्तिसुसमाचार की सेवा का विस्तारसुसमाचार के प्रति हमारा प्रतिउत्तरयीशू कौन है मेरा प्रतिउत्तर उसके प्रति क्या हैपवित्र आत्मा की सामर्थ कलीसिया का जन्मअधर्मियों का स्वभाव.परमेश्नर अधर्मियों का न्याय करेगाविश्वास में लगे रहियेगा.विश्वासियों का जीवनजीवन में सही निर्णय लेने के सिध्दांत.यात्रा की तैयारीयहोवा का धन्यवाद करना भला है।बडे दिन का सच्चा अर्थयीशु के जन्म की भविष्यवाणी.यीशु के जन्म के पूर्व की तैयारीकलिसिया में धार्मिकता का जीवनअनुशासनप्रभु मे भरोसा रखो।दावेंयीशु मसीह का पुनरूत्थानमानव विद्रोहपरमेश्वर की सृष्टिसुसमाचार चलित जीवनपश्चातापी प्रार्थनाकलीसिया मे अगुवाईसर्मपणयीशु केंद्र हैTrue Lightयीशु का जन्मपरमेश्वर का अनुग्रहलुभावने वाला संसारआत्मिक व्यक्तिमूर्तिपूजाछुटकारापुनरुत्थान-दिवसक्रूसमसीह की पीड़ापरिवारपति और पत्नीयीशु राजा है।परमेश्वर विश्वासीयों का शरणस्थान हैपरमेश्वर का वचनबड़ा दिनअय्यूब की प्रतिक्रियाभला कार्य क्या हैकलीसियाप्रोत्साहनविश्वासखुशीशिष्यतापरमेश्वर अनुग्रहकारी परमेश्वर है और मनुष्य विद्रोही हैपरमेश्वर की विश्वासयोग्यता और मनुष्य की अविश्वासयोग्यतापरमेश्वर महान हैशुभ शुक्रवारपुनरूत्थानसुसमाचारपरमेश्वर आशीषित करता हैसर्व-ज्ञानीदेनापरमेश्वर का कार्य