जीवन कठिन है, परन्तु परमेश्वर भला हैं।

फ़रवरी 9, 2022 |
खंड: सभोपदेशक 11:1-10 | शृंखला: |

यह संदेश सभोपदेशक 11 अध्याय पर आधारित है जिसमें हम देखते है कि सुलैमान / उपदेशक कहता है कि जीवन कठिन है, परन्तु परमेश्वर भला हैं मानवीय जीवन सरल नही हैं खास कर जब हम प्रभु के साथ अपना जीवन व्यतीत करते हैं हर जगह हमें सताव का सामना करना पड़ता है । उपदेशक यह क्यों कहता है यह जानने के लिए आइये हम इस संदेश को देखें।

ये सिय्योन को संस्थापित करने वाले वरिष्ठ पास्टर हैं तथा प्राचीनों के समूह को अगवाई प्रदान करते हैं । ये कलीसियाई सेवा में तब से रहे हैं जब से इन्होंने 1979 में एच ए एल की सरकारी नौकरी से त्याग-पत्र देकर बाराबंकी में सिय्योन कलीसिया का आरम्भ किया। ये उत्तर भारत में कलीसिया रोपण का एक मार्ग प्रशस्त करने वाले शिक्षक हैं, जिन्होंने 1980 के दशक से कलीसिया रोपण करने वालों के लिए कई अनौपचारिक प्रशिक्षणों का आयोजन किया है। इनके बाइबल का व्यक्तिगत अध्ययन अत्यन्त गहन है, जो इनके प्रचार में और इनके द्वारा तैयार किए गए अनेक अध्ययन सामग्री में बहुत ही स्पष्ट रीति से प्रत्यक्ष है।