हम कौन हैं सिय्योन क्या है हम एक सुसमाचारीय कलीसिया हैं, जो बाइबल में पाए जाने वाले यीशु मसीह और प्रेरितों के शिक्षाओं पर आधारित है। हम यीशु मसीह का अंगीकार करने वाले, बप्तिस्मा पाए हुए विश्वासियों का एक समूह हैं । हमने एक दूसरे के साथ वाचा बांधी है कि हम अपने मसीही जीवन को स्थानीय कलीसिया (सिय्योन कलीसिया, लखनऊ) के संदर्भ में जीयेंगे। हमारे अस्तित्व का उद्देश्य है कि हम परमेश्वर की आराधना करें, एक दूसरे को विश्वासयोग्य मसीही जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करें, मसीही चाल चलन में एक दूसरे के प्रति उत्तरदायी रहें, और हमारे परिवारों में, पड़ोस में, और कार्य स्थानों में गवाह बनें। हम समाज के विभिन्न वर्गों, जातियों, भाषाओं, आर्थिक तथा सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से हैं, लेकिन फिर भी प्रभु यीशु मसीह में एक देह हैं। अगुवे अंकल रौली सिंह ये सिय्योन को संस्थापित करने वाले वरिष्ठ पास्टर हैं तथा प्राचीनों के समूह को अगवाई प्रदान करते हैं । ये कलीसियाई सेवा में तब से रहे हैं जब से इन्होंने 1979 में एच ए एल की सरकारी नौकरी से त्याग-पत्र देकर बाराबंकी में सिय्योन कलीसिया का आरम्भ किया। ये उत्तर भारत में कलीसिया रोपण का एक मार्ग प्रशस्त करने वाले शिक्षक हैं, जिन्होंने 1980 के दशक से कलीसिया रोपण करने वालों के लिए कई अनौपचारिक प्रशिक्षणों का आयोजन किया है। इनके बाइबल का व्यक्तिगत अध्ययन अत्यन्त गहन है, जो इनके प्रचार में और इनके द्वारा तैयार किए गए अनेक अध्ययन सामग्री में बहुत ही स्पष्ट रीति से प्रत्यक्ष है।