कलीसियाई वाचा परमेश्वर के अनुग्रह के द्वारा पश्चाताप करके प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करके पवित्र आत्मा पर निर्भर होते हुए हम विश्वास से जीने का संकल्प करते हैं और एक दूसरे के साथ वाचा बाँधते है कि- हम एक-दूसरे के साथ मेल के बंधन में आत्मा की एकता के ले प्रार्थना करेंगे और कार्य करेंगे (इफिसियों 4:3)। हम एक-दूसरे के साथ भाईचारे के प्रेम के में समर्पित रहेंगे। हम नम्रता और सज्जनता से धीरज के साथ एक-दूसरे की सहेंगे, एक-दूसरे को क्षमा करेंगे, प्रोत्साहित करेंगे, एवं एक-दूसरे का निर्माण करेंगे, तथा एक-दूसरे के जीवन के ऊपर ध्यान रखेंगे और जब भी आवश्यक पड़े तो चेतावनी भी देंगे (लूका 17:3, कुलुस्सियों 3:13, थिस्सलुनीकियों 5:11, 1 पतरस 1:22)। हम एक-दूसरे के साथ इकट्ठा होना और स्वयं के लिए तथा एक-दूसरे के लिए प्रार्थना करना नहीं छोड़ेंगे (कुलुस्सियों 4:2, इब्रानियों 10:25)। हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपने बच्चों और जवानों को परमेश्वर की शिक्षाओं में बढ़ाएंगे और प्रशिक्षित करेंगे तथा अपने सिद्ध एवं प्रेम पूर्वक आदर्श के द्वारा अपने परिवार एवं मित्रों के उद्धार को देखने का प्रयास करेंगे (इफिसियों 6:4, 1 पतरस 3:1)। जो दुःखी हों तो हम उनके साथ दुःख मनाएंगे और जो आनंदित होते हैं हम उनके साथ आनंदित होंगे, हम एक-दूसरे का भार उठाने में सहायता करेंगे (रोमियों 12:15)। हम परमेश्वर की सहायता से इस संसार में सावधानी से जीवन व्यतीत करेंगे और अभक्ति तथा संसार की अभिलाषाओं में को नकारेंगे। इस वर्तमान युग में जब की हम अपने महान परमेश्वर एवं उद्धारकर्ता यीशु मसीह के आगमन की धन्य आशा की बाट जोहते हैं। तब तक हम प्रयत्नशील रहेंगे की संयम, खराई, एवं भक्ति के साथ जीवन व्यतीत करें (तीतुस 2:12, 1 पतरस 1:14) हम इस कलीसिया की सुसमाचारीय सेवा को निम्न कार्यों का समर्थन तथा प्रोत्साहित करने के द्वारा रक्षा करेंगे तथा उसको बनाए रखेंगे: परमेश्वर के वचन का प्रचार (2 तीमुथियुस 4:2), सुसमाचार के विधियों का संचालन – बप्तिस्मा एवं प्रभु भोज (प्रेरितों के काम 2:38, 1 कुरिन्थियों 11:26), एवं कलीसियाई अनुशासन का किया जाना (मत्ती 18:17, 1 कुरिन्थियों 5:13)। हम कलीसिया की सेवा एवं खर्च हेतु, ग़रीबों की सहायता हेतु, एवं समस्त राष्ट्रों में सुसमाचार के प्रसार हेतु आनन्द पूर्वक, उदारता के साथ तथा नियमित रीति से अपना धन देंगे (मत्ती 28:19, लूका 12:33, 2 कुरिन्थियों 9:7) यदि हम इस स्थान से दूसरे स्थान को स्थानान्तरित होंगे तो हम यथाशीघ्र स्वयं को ऐसी किसी कलीसिया से जोडेंगे जहाँ इस वाचा की आत्मा और परमेश्वर के वचन के सिद्धान्तों का पालन किया जा सके। अब प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह, परमेश्वर पिता का प्रेम एवं पवित्र आत्मा की सहभागिता हम सब के साथ बनी रहे। आमीन (2 कुरिन्थियों 13:14)।