क्या आप जानते है कि प्रत्येक बात के लिए समय निश्चित है ? तथा परमेश्वर ने मनुष्य कि सृष्टि को किस प्रकार पशुओं कि सृष्टि से भिन्न किया है? आइए इस सुन्दर से संदेश को देखते हैं जो इन्ही प्रश्नो के उत्तर देता है । यह संदेश सभोपदेशक 3 अध्याय पर आधारित है, जिसमें उपदेशक लिखता "प्रत्येक बात के लिए समय नियुक्त है तथा आकाश के नीचे प्रत्येक घटना का एक समय है।" जैसे -जन्म देने का समय, मरने का समय ,प्रेम करने का समय ,घृणा करने का समय इत्यादि कि एक लम्बी सूची देता है वह बताने चाहता है कुछ भी ऐसे नही होता है प्रत्येक बात के लिए समय पहले से ही नियुक्त किया गया है, और वह कहता है कि परमेश्वर चाहता है कि मनुष्य अपने परिश्रम से खाए पीए एवं आनन्द मनाएं। साथ ही एक और बात को देखते है कि सुलैमान कहता है कि मनुष्य और पशु एक समान है इसके तुरन्त बाद दोनो में कुछ अन्तर बताता है ।